TAMIL NADU - TOURIST PLACES
Historical and Cultural Sites:
Mahabalipuram:
Kanchipuram:
Madurai:
Thanjavur:---Brihadeeswarar Temple, a UNESCO World Heritage
site,
Vellore:-the Vellore Fort, a historic fort known for its
architecture and historical significance.
Tiruchirappalli:Rock Fort Temple and Sri Ranganathaswamy
Temple, a significant pilgrimage site.
Chennai: The capital city,
Velankanni: A popular pilgrimage town known for the Basilica
of Our Lady of Good Health.
Coimbatore: A major industrial city with temples and other
attractions.
Hogenakkal Falls: A scenic waterfall known for its
therapeutic waters and boat rides.
Hill Stations:
Ooty:
Kodaikanal:
Yercaud:
Coonoor
Yelagiri:
Beaches:
Marina Beach (Chennai):
Kanyakumari:
Rameswaram:
गेहूं
का हलवा तमिलनाडु की
प्रसीद मिठाई है मदुराई मे
आपको हलवे की बहुत
दुकाने मिलेगी परन्तु इस हलवे की
खोज मदुरै से
150 किलोमीटर
दूर तिरु नेल वेली नामक
स्थान पर हुई
- इसे गोधुमाई
हलवा या तिरुनेलवेली
हलवा भी कहा जाता
है ।स्थानीय भाषा मे इसे 'इरुतु
कड़ाई हलवा' भी कहा जाता
है। तिरुनेलवेली हलवे को इज्जाद
करने का श्रेय
राजपूत शेफ Mr. Jegan Singh,को जाता है
इरुतुकादाई हलवा नामक एक
दुकान ने लोकप्रिय बनाया,
जो 1882 में
खोली गई थी और
जो केवल evening सूर्य उधय के समय
ही मिठाई बेचते थे
हलवा बनाना एक
जटिल काम है , भीगे हुए गेहूँ
को हाथ से पीसकर
तीन बार दूध निकाला
जाता है , उसे कुछ
घंटों के लिए रखा
जाता था और फिर
उसे , घी, चीनी
और काजू के साथ
धीमी आँच पर पकाकर
और हिलाकर पकाया जाता है। इसमें
लाल गेहूँ का इस्तेमाल किया
जाता है
गेहूँ
का हलवा बनाने के
दो तरीके हैं।
पारंपरिक
विधि: इस विधि में
गेहूँ के दानों को
भिगोकर, दूध निकालकर, मनचाहा
गाढ़ापन आने तक पकाया
जाता है। हालाँकि इसमें
समय लगता है, लेकिन
स्वाद बहुत अच्छा होता
है।
आसान
विधि: यह गेहूँ के
आटे से बनने वाली
सबसे आसान विधियों में
से एक है, जिसमें
स्वाद से कोई समझौता
नहीं किया जाता। हालाँकि
इस विधि में आटे
को भिगोना पड़ता है, लेकिन दूध
निकालने में पारंपरिक विधि
जितनी मेहनत और समय नहीं
लगता।
Wheat (samba): 1kg
Sugar: 4 kg
Ghee: 3 kg
आटा
हलवा
बादाम
हलवा
दूध
का हलवा