Sunday 27 August 2023

गंगटोक -चांगु झील- बाबा हरभजन सिंह

   Tsomgo Lake

गंगटोक से 40 किलोमीटर दूर गंगटोक नाथू ला राजमार्ग पर 12,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित, त्सोमगो झील या चांगु झील सिक्किम की पहाड़ियों में एक glacial  से निकली सुंदर झील है


 झील की एक खास बात यह है कि यह हर मौसम के साथ अपना रंग बदलती है। झील सर्दियों के दौरान जमी रहती है, तो वहीं गर्मियों में चारों ओर बर्फ की जगह पर फूल खिलते हैं।

बौद्ध भिक्षु पुराने समय में झील के रंग को देखकर ही भविष्य की भविष्यवाणी किया करते थे।
शांत त्सोमगो झील करीब एक किमी लंबा और 50 फीट गहरा है




बाबा हरभजन सिंह 

4000 मीटर की ऊँचाई पर 64 किमी की दूरी पर नाथुला और जेलेपला दर्रे के बीच से गुजरने वाली सड़क पर स्थित एक ऐसा मंदिर है जो बाबा हरभजन सिंह की समाधि पर बना हुआ है।


बताया जाता है कि 35 साल पहले पूर्वी सिक्किम में तुक्ला से लेकर देंग ढुकला तक के विभाजन के दौरान खच्चरों के एक झूंड नेतृत्व करते हुए सिपाही हरभजन सिंह लापता हो गए थे, इसके बाद उनकी खोज शुरू की गई। लेकिन तीन दिनों तक खोज करने के बाद सैनिको को उनकी बॉडी मिली।

इसके बाद टुकड़ी के कई सैनिकों ने बताया कि बाबा उनके सपनों में रहे हैं और अपनी याद में एक मंदिर बनाने के लिए बोल रहे थे।


जिसके बाद उनकी याद मेंबाबा हरभजन सिंह स्मारक मंदिरबनवाया गया। यहाँ आने वाले पर्यटक और उनकी वर्दी पर चढ़ाने के बाद उनकी परिक्रमा करते
हैं।


नाथुला दर्रा







दुनिया की सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़कों में से एक  ,धुंध से ढंकी पहाड़ियां, टेढ़े-मेढ़े रास्ते, गरजते झरने , शांत त्सोमगो झील , से गुजरते हुए, 


GANGTOK से करीब 80 किमी की दूरी पर स्थित नाथुला दर्रा तक सभी नहीं जा सकते – यहाँ  पहुंचने के लिए प्रवेश परमिट की आवश्यकता होती है। नाथुला दर्रा केवल भारतीय नागरिकों के लिए बुधवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार को खुला रहता है।


नाथू-ला भारत और तिब्बत के बीच मार्ग का एक प्रमुख गलियारा है तथा  काफी पुराना सिल्क रुट का एक हिस्सा है 


हनुमान टोक

हनुमान टोक गंगटोक में घूमने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक है। यह सदियों पुराना हनुमान मंदिर गंगटोक से 11 किमी दूर है


हनुमान
टोक का नाम हनुमान जी के नाम पर रखा गया है। इस मंदिर की देखभाल भारतीय सेना द्वारा की जाती है। ऐसा माना जाता है जहां भगवान हनुमान ने “संजीवनी जड़ी बूटी के साथ पहाड़ को ले जाते समय यहाँ  विश्राम किया था।


इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यह मंदिर 7,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित मंदिर है जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है।


गणेश टोक,

गंगटोक में भगवान गणेश का एक मंदिर है जो एक पहाड़ी पर स्थित है


 स्थानीय भाषा मे टोक का अर्थ पहाड़ी होता है 
गणेश टोक मंदिर  सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है


ताशी व्यू प्वाइंट और बकथांग झरने के पास है गंगटोक  चिड़ियाघर गणेश टोक सामने है  

पुष्प प्रदर्शनी केंद्र

पुष्प  प्रदर्शनी केंद्र गंगटोक में रिज पार्क के पास स्थित है सिक्किम मे विभिन्न प्रजाति के फूल पाए जाते है -अपनी यात्रा को यादगार बनाने के लिए जरूर देखे




सिक्किम के कई तरह के फूलों को एक ही जगह पर देखा जा सकता है।
पुष्प प्रदर्शनी केंद्र वार्षिक आर्किड शो भी आयोजित करता है  


हिमालयन जूलॉजिकल पार्क

सिक्किम का पहला चिड़ियाघर है  205 हेक्टेयर भूमि पर फैले इस पार्क में कई तरह के जीव जंतु पाए जाते है  जूलॉजिकल पार्क स्नो लेपर्ड्स, हिमालयन पाम सिवेट्स, रेड पंडों और हिमालयन ब्लैक बियर्स का घर है।जूलॉजिकल पार्क गंगटोक से 3 किमी दूर बुलबुली में स्थित है।

गंगटोक  रोपवे

वर्ष 2003 में निर्मित  935 मीटर लंबा  गंगटोक  रोपवे देवराली बाज़ारसे शुरू हो कर  है  यह ताशिलिंग सचिवालय तक जाता  है: 130 रुपये में रोपवे सेवा सुबह 9.30 बजे से शाम 6.00 बजे तक उपलब्ध है। देवराली बाज़ार नय महात्मा गाँधी रोड के अंतिम छोर से शुरू होता है 

बांझकरी झरना

गंगटोक को प्रकृति ने अपने हाथों से संवारा है यहाँ कई वॉटरफॉल है यह वॉटरफॉल व्यू पॉइंट की तरफ जाते मैन रोड पर ही आता है


मन्दाकिनी फॉल




v  जब से राम तेरी गंगा मैली फिल्म हिट हुई है तथा उत्तराखंड सरकार ने

 जहां फिल्म की शूटिंग हुई थी उस वॉटरफॉल का नाम मन्दाकिनी फॉल रख

 दिया था तब से भारत के कई कोनो मे मन्दकिनी फॉल नाम रखने का

 रिवाज चल पड़ा है -चांगु लेक को जाते हुए भी रास्ते मे एक फॉल आता है

 उसका नाम भी मन्दाकिनी फॉल है -कोई 150 मीटर ऊंच यह फॉल

 बेमिसाल है





नाममांगचो वॉटर फॉल

एक वाटर फॉल हरभजन सिंह स्मारक मंदिर के पास भी है जिसे  

Nammangcho water fall कहा जाता है यहाँ भगवान शिव की 30

फ़ीट ऊँची मूर्ति भी स्थापित की गयी है













अल्पाइन लेक -

त्सोमगो झीललेक के बाद आती है एक और लेक alpine lake यहाँ पर खाने तथा बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है

एक नज़र दुनिया की सबसे ऊँची सड़क रास्ते पर







रास्ते में आर्मी द्वारा बनाया गया SHER-THANG वॉर memorial  देखना न

 भूले यहाँ फोटोग्राफी allowed नहीं है

 MG Marg market remains closed on Tuesdays, many shops do

 not accept cards. एमजी रोड गंगटोक का दिल कहा जाता है। यह जगह

आने वाले लोगो द्वारा बेहद पसंद की जाती है। बता दें कि एमजी रोड

खूबसूरत राज्य की राजधानी का केंद्रीय शॉपिंग हब है, जिसमें कई तरह की

दुकानें, रेस्तरां, और होटल हैं।लगभग 1 किमी सड़क की सबसे खास बात

 यह है कि यहां पर सफाई और स्वच्छता पर ध्यान दिया जाता है।














No comments:

Post a Comment

झुंझुनू -रानी सती मंदिर -खेमी सती मंदिर -

  रंग बिरंगे खूबसूरत रोशनियों से नहाया हुआ , उत्तरी भारत के सबसे अमीर मंदिरो मे से एक , स्त्री शक्ति का प्रतीक , मंदिर ह...