जिसकी ख़ूबसूरती की झलक आप कई फ़िल्मों पीके, बजरंगी भाई जान, जब वी मेट 'कच्चे धागे' व पहेली मे निहार चुके है
इन पेंटिंग्स को बनाने में जो रंग इस्तेमाल
किए जाते थे, वे शुद्ध प्राकृतिक हुआ करते थे।
Travel magazine के अनुसार खूबसूरती में स्पेन का अलबरैशिन कस्बा पहले नंबर पर है,
मंडावा
मे
घूमने
का
बेस्ट
टाइम
है
सर्दियों
का
मौसम
-nearest रेलवे स्टेशन है
झुंझुनू
३०
किलोमीटर -जहाँ से
आप
बस
टैक्सी
से
यहाँ
पहुँच
सकते
है
-airport है जयपुर 182 किलोमीटर
मंडावा आइए
यहां
गोबर
से
लेपी
हुई
झोपड़ियां
भी
हैं
और
फाइव
जैसी
सुविधा
वाले
होटल
भी.
यहां के
कलात्मक
भवन, और हवेलियां ,किसी ने किसी
रूप
से
इतिहास
से
जुड़े
हैं.
मंडावा जहाँ
विदेशी
महिलाये
राजस्थानी
लोगो
के
साथ
सफ़ेद
वस्त्र
पहने
होली
के
रंगो
से
खेलते
हुए
भारतीय
संस्कृति
को
करीब
से
महसूस
करती
है
शेखावाटी इलाके
के
इस
गांव
को
राजस्थान
की
फिल्म
सिटी
भी
कहा
जाता
है
इतिहासकारों के मुताबिक मंडावा में राजपूतों ने संवत 1812 में शासन करना शुरू किया था. इससे पहले यह छोटा सा गांव था जो झुंझुनूं नवाब के अधीन था.
कालांतर में यह परिवर्तित होता हुआ मांडुवा तथा मंडवा और अंत में मंडावा कहलाया. इस स्थान पर मांडू जाट ने एक कच्चा कुआं बनवाया था.
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