पुदुचेरी पोंडीचेरी भी कहलाता
है यहां फ्रांसीसी वास्तुशिल्प और संस्कृति देखने को मिल जाती है
पांडिचेरी की सबसे बड़ी खासियत यहां के समुद्र
तट हैं. यहां मुख्य तौर पर चार ‘बीच’ है- प्रोमिनेंट बीच पेराडाइस बीच अरोविले बीच सैरीनीटी
बीच. यहां पर भारत के अन्य बीचों के मुकाबले कम भीड़ देखी जाती है. और यहां के बीच
काफ़ी साफ-सुथरे हैं.
यहाँ पर बहुत से होटल है परन्तु किसी हेरिटेज
घर मैं रहना अलग अनुभव है
पुदुचेरी में चमड़े के बर्तनों हाथ से बने कागज धूप और प्राचीन
औपनिवेशिक फर्नीचर में अद्वितीय हस्तशिल्प हैं।
एक पुरातन घर का इंटीरियर
खान-पान
पांडि खान-पान संस्कृति और रिवाजों के स्वाद से
निर्मित है. समुद्र के किनारे होने के कारण यहां सीफूड की भरमार है. यहां के पारंपरिक
दक्षिण भारतीय भोजन इडली-डोसे का स्वाद आपको लंबे समय तक याद रहेगा. और तो और आपको
यहां के रेस्ट्रोरेंट्स में आसानी से फ्रेंच फूड मिल जाए
श्री अरबिंदो ने 1926 में अरबिंदो आश्रम की
स्थापना की थी.श्री अरबिंदो आश्रम पांडिचेरी से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है समाधि एक पेड़ के नीचे केंद्रीय आंगन
में स्थित है और इसे हर दिन फूलों द्वारा सम्मान दिया जाता है। श्री अरबिंदो आश्रम
के अंदर फोटोग्राफी वर्जित है
गांधी स्टैचू
प्रोमेनेंट बीच के पास आठ स्तभों के बीच हाथ में
लाठी लिए गांधी का पुतला खड़ा है.
पांडिचेरी
म्यूज़ियम (संग्रहालय)
प्राचीन समय
में पांडिचेरी फ्रांस,
ब्रिटेन और डच आदि शासकों के आधीन रहा है. इस
म्यूज़ियम में उसी दौर के कुछ दुर्लभ दस्तावेज और ऐतिहासिक वस्तुएं मौजूद हैं.
ओल्ड लाइट हाऊस
1836 में बना
ओल्ड लाइट हाउस पांडिचेरी का सबसे लोकप्रिय लैंडमार्क है. जब इसका निर्माण हुआ था
उस समय यह काफ़ी यूनीक था. यह लाइट हाऊस सैलानियों के लिए आज आर्कषण का केंद्र है
रेलवे स्टेशन
सैर
समुद्र तट सैर समुद्र तट पांडिचेरी का गौरव है और लगभग 1.5 किलोमीटर की दूरी के
लिए फैला है। यह यात्रियों के लिए एक वंडरलैंड है
चर्च (गिरजाघर)
पांडिचेरी में 32
चर्च हैं. जिनमें लेडी ऐंज्लस चर्च, स्केड हॉट चर्च, डूप्लेक्स
चर्च, बेस्लिका ऑफ़ स्केर्ड
हॉट ऑफ़ जिजस जैसे चर्चेज़ का नाम बड़े व पुराने चर्चेज़ में गिना जाता है. इनकी
सुदंरता आपका मन मोह लेगी.
मनाकुला विनायगर मंदिर
इस मंदिर का इतिहास पुडुचेरी में फ्रेंच लोगों
के आने के साल 1666 से भी पहले
का है। तमिल में मनल का मतलब बालू और कुलन का मतलब सरोवर से है।
किसी जमाने में यहां गणेश मूर्ति के आसपास बालू ही बालू था। इसलिए लोग इन्हें
मनकुला विनयागर पुकारने लगे। मंदिर तकरीबन 8000 वर्ग फीट इलाके में बना है।
मंदिर की आंतरिक सज्जा स्वर्ण जड़ित है। मंदिर के अंदर मुख्य
गणेश प्रतिमा के अलावा 58 तरह की गणेश मूर्तियां स्थापित की गई हैं। मंदिर के
आंतरिक दीवारों पर प्रसिद्ध चित्रकारों ने गणेश जी के जीवन से जुड़े दृश्य उकेरे
हैं। इनमें गणेश जी का जन्म, सुद्धि, बुद्धि से
उनका विवाह आदि के दृश्य हैं। मंदिर में गणेश जी का 10 फीट ऊंचा भव्य रथ है।
इसके निर्माण में साढ़े सात किलोग्राम सोना का इस्तेमाल हुआ है।
मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार पर आपको एक हाथी खड़ा मिलेगा। अगर आपके सूंड में
कोई सिक्का डालेंगे तो वह आपके सिर पर आशीर्वाद की वर्षा करेगा।
फ्रेंच वॉर
मैमोरियल
विश्व युद्ध-1
में शहीद हुए सैनिकों की याद में चार स्तंभ खड़े हैं. इससे थोड़ी दूरी पर स्टेच्यू
ऑफ़ डूप्लेक्स है,
जो जोसेफ़ फ्रांककोसिस की याद में बनाया गया था.
यहाँ पर बड़े बड़े होरडिंग लगाने का चलन है आम
आदमी भी अपने बच्चे के जनम दिन या शादी के होर्डिंग सड़को पर लगवाता है -
पुरातन
घर
श्री
अरबिंदो आश्रम
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