Tuesday 5 February 2019

महाबलीपुरम

इस शहर का नाम दानवीर राजा महाबली के नाम पर रखा गया था। महाबली ने विष्णु के वामन अवतार को तीन पग भूमि दान में दी थी। बाद में पल्लव राजा नरसिंह वर्मन ने महाबलीपुरम का नाम मामल्लापुरम रख दिया था। महाबलीपुरम् के बारे में माना जाता है कि इसके तट पर 17वीं शताब्दी में 7 मंदिर स्थापित किए गए थे और एक तटीय मंदिर को छोड़कर शेष 6 मंदिर समुद्र में डूब गए थे।

Arjun penance Mahabalipuram Rock cut  temples

अर्जुन्स पेनेन्स--यह स्थान सबसे विशाल नक्काशी के लिए लोकप्रिय है। यह 27 मीटर लंबा और 9 मीटर चौड़ा है।

Arjun penance Mahabalipuram Rock cut  temple


Mandap Mahabalipuram Rock cut  temple


Krishna ball  Mahabalipuram Rock cut  temple

कृष्ण की मक्खन गेंद-


1200 वर्ष पुराना गुरुत्वाकर्षण   के नियमों की उपेक्षा करते हुए यह पत्थर एक ढलान वाली पहाड़ी पर 45 डिग्री के कोण पर बिना लुढ़के टिका हुआ है। इस पत्थर की चौड़ाई 5 मीटर तथा ऊंचाई 20 फीट है। सन् 1908 में इस पत्थर पर उस समय के मद्रास गवर्नर आर्थर की नजर पड़ी तो उनको लगा कि यह पत्थर किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है इसलिए उन्होंने इस पत्थर को उसके स्थान से हटवाने के लिए 7 हाथियों से खिंचवाया पर यह पत्थर अपनी जगह से 1 इंच भी नहीं खिसकालोग इस पत्थर को कृष्ण की मक्खन गेंद भी कहते हैं क्योंकि उनका मानना है की यह पत्थर मक्खन की गेंद है जिसको कृष्ण ने अपनी बाल्य अवस्था में नीचे गिरा दिया था।

 Mahabalipuram Beach 


Mahabalipuram Light House


Mahabalipuram Panch Rath 

पंच रथ मंदिर-

महाबलीपुरम के समुद्री तट पर दूसरा मंदिर है रथ मंदिर महाभारत के पांच पांडवों के नाम पर इन रथों को पांडव रथ भी कहा जाता है। जिसका निर्माण 7वीं सदी में महेंद्र वर्मन प्रथम और बेटे नरसिंह वर्मन प्रथम ने करवाया था। सभी पंच रथ है (धर्मराज रथ भीम रथ अर्जुन रथ नकुल एवं सहदेव रथ और द्रौपदी रथ। जिन्हे  ग्रेनाइट पत्थर को खोद-खोद कर बनाए गए हैं। 

Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 



Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 


Mahabalipuram Panch Rath 





shell museum Mahabalipuram 

यहाँ पर स्तिथ है भारत का पहला सी शेल्ल (सीपी ) म्यूजियम - यहाँ आपको समुन्दर से मिलने वाले 40,000 प्राकार के जीवाश्म  शंख सीपी मूंगे मछलियों की प्रजातियां देखने का अवसर मिले गा - यहाँ पर आप फिश थेरपी का मज़ा भी ले सकते है 

shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


shell museum Mahabalipuram


Shore temple Mahabalipuram 

शोर मंदिर-

महाबलीपुरम के समुद्र तट पर स्थित है  समुद्र-तट का मन्दिर (शोर टेम्पल) यहाँ तीन मंदिर हैं। बीच में भगवान विष्णु का मंदिर है जिसके दोनों तरफ शिव मंदिर हैं। भगवान शिव और विष्णु को समर्पित शोर मंदिर का निर्माण लगभग 700-728 ईस्वी के समय हुआ था। 

Shore temple Mahabalipuram 

इस स्टोन टेम्पल इसलिए कहते हैं क्योंकि मंदिर वाला भाग ग्रेनाइट पत्थर से बना हुआ है यह मंदिर द्रविड वास्तुकला का बेहतरीन नमूना है।

Shore temple Mahabalipuram 


Shore temple Mahabalipuram 


Mahisasur Rock Mahabalipuram 


Shore temple

महाबलिपुरम नृत्य पर्व

यह नृत्य पर्व सामान्यत: जनवरी या फरवरी माह में मनाया जाता है। भारत के जाने माने नृत्यकार शोर मंदिर के निकट अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।


Shiv  temple Mahabalipuram 


Shiv  temple Mahabalipuram 


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