Monday, 26 June 2017

अखनूर

अखनूर
इस शहर के बारे मैं महाभारत काल मैं विराट नगर नाम से जिक्र है खुदाई मैं मिली वस्तुए बताती है की यहाँ कुषाण काल मैं बोध धरम का काफी प्रभाव था पांडवो ने अपना आज्ञातवास यही गुजरा था

 
अखनूर का क़िला
इसे राजा मान तेज सिंह ने 1762 A.D  मैं बनवाना शुरू किया तथा राजा एलम सिंह ने 1802 A.D मैं पूरा किया चेनाब नदी के किनारे बने इस क़िले मैं 2 वाच टावर है क़िला 2 मंज़िला है  चंद्रभागा- चिनाब के दाहिने किनारे पर जिया पोटा घाटपर स्थित है दिलचस्प बात यह है कि जिया पोटा घाट का नाम जिया पोटा के पेड़ से पड़ा है





संत बाबा सूंदर सिंह गुरुद्वारा



लगभग। 115 साल पहले इस स्थल पर संत बाबा सुंदर सिंह जी ने  तप किया था 1997  में अखनूर और आसपास के गांवों के सिखों , और सिख संगत द्वारा संत बाबा मोहन सिंह जी कानपुर वाले के निर्देश और एस. हरसज्जन सिंह बाली मार्गदर्शन पर इस स्थल पर गुरुद्वारा का निर्माण शुरू हुआ।


जय पोटा घाट  
कैलाश मंदिर




भगवान् परसुराम मंदिर

परशुराम मंदिर अखनूर-- चिनाब दरिया के चंदिया घाट पर स्थित हैं अखनूर मंदिर की स्थापना 1998 में की गई थी।


जय पोटा सूर्य मंदिर


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