Thursday 3 August 2017

मणिकरण--हिमाचल प्रदेश

मणिकरण
कुल्लू हिमाचल प्रदेश से 40 K.M दूर पारवती नदी के किनारे बसा मणिकरण हिन्दू एवं सिखों के लिए पवित्र स्थल है 1760 मीटर की ऊंचाई पार्वती घाटी में स्थित, मणिकरण अपने गर्म झरनों के लिए प्रसिद्ध हैस्प्रिंग्स का गर्म पानी जोड़ों का दर्द और इसी तरह की बीमारियों से पीड़ितों के लिए फायदेमंद माना जाता है
  पानी इतना गरम है की वहां पर खाना इन्ही चश्मों मैं बनाया जाता है  हैरानी की बात यह है की एक तरफ इतना गरम पानी आ रहा है तो दूसरी तरफ से एक दान ठंडा पानी ले कर पारवती नदी बह रही है
 एवं  बहुत से मंदिर है
 यहाँ से 3 K,M
पहले कसोल बहुत ही सूंदर जगह है यहाँ ट्रैकिंग , राफ्टिंग , रिवर साइड कैंपिंग का मज़ा ले यहाँ बहुत से विदेशी रहते है इसलिए हर प्रकार का खाना यहाँ मिले गा , रेव पार्टिया भी यहाँ खुले आम होती है यहाँ से कुछ किलोमीटर दूर मलाणा गांव अपनी नशे की सप्लाई से लिए विश्व प्रसिद है net पे मलाणा क्रीम डाले आप को सब मिल जायेगा -  

पारवती नदी 


गुरुद्वारा

 मणिकरण साहिब हिंदुओं और सिखों के लिए एक तीर्थस्थल है  यहां पर पार्वती नाम की एक नदी बहती हैजिसके एक ओर शिव मंदिर है तो दूसरी ओर गुरु नानक देव का ऐतहासिक गुरुद्वारा
 यहाँ एक भव्य गुरुद्वारा जो गुरु नानक देव जी की यहाँ की यात्रा के समरण हेतु बनाया गया है

गुरुद्वारा मणिकर्ण साहिब पहली जगह है जहां गुरू नानक देव जी ने ध्‍यान लगाया था इस गुरुद्वारे में एक साथ लगभग 4000 लोग रुक सकते हैं।

गरम पानी मैं बन रहा प्रशाद


गरम चश्मे से उठती भाप


शिव मंदिर  
पौराणिक कथा के अनुसार जब हिंदू भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती घाटी में घूम रहे थे तो देवी पार्वती की एक बाली गिर पड़ी. इस बाली को शेष सर्प देवता ने ले लिया और गायब हो गए. शेष सर्प देवता ने शिव से अनुरोध किया कि जब शिव तांडव नृत्य का प्रदर्शन करेंगे तभी गहना उन्हें वापिस मिलेगा. इसी तरह मणिकरण के पानी में गहने डालकर कुछ भी मांगने की प्रथा प्रचलित है. यहां पर शिव मंदिर के पास ही एक गर्म पानी का स्रोत भी है। इस गर्म पानी के स्रोत में गुरुद्वारे का प्रसाद बनाने के लिए चावल पकाए जाते हैं। चावल को बर्तन में रख कर इस यहां पर रख दिया जाता है तो कुछ ही मिनट में पक जाते हैं।


श्रीरघुनाथ मंदिर 
-कहा जाता है कि श्रीराम ने इस जगह पर भगवान शिव की आराधना की 


नैना देवी मंदिर








शिव मंदिर के पास ही एक गर्म पानी का स्रोत 


मैं गुरूद्वारे मैं भी उसी श्रद्धा से जाता हूँ जैसे किसी मंदिर मैं परन्तु  मुझको यहाँ आ कर लगा की हिन्दू मंदिर गुरूद्वारे के विकास के बीच ग़ुम हो गया है



निकटतम हवाई अड्डा कुल्लू-मनाली हवाई अड्डा है जो भुंतर में स्थित है व् मणिकरण से 36 किमी दूर है।

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