Saturday 8 July 2017

बोध गया- गया

गया
गया बिहार का पुरातन शहर है जिसका वर्णन रामायण महाभारत काल  मैं भी है यह फल्गु नदी के किनारे बसा है  
गया का नाम गयासुर नIमक राक्षश के नाम पर पड़ा  है जिसने भगवन विष्णु की पूजा की थी  









फल्गु घाट

सीता कुंड




मंगला गोरी शक्ति पीठ
51 शक्ति पीठो मैं से एक गया जी मैं है कहते है यहाँ सती का वक्ष गिरा था 



विष्णुपद मंदिर
फल्गु नदी के किनारे बने इस मंदिर  मैं  विह्णु भगवान् के 40 C.M  बड़े पद चिन्ह है मंदिर इन चिन्हो के चारो और बनाया गया है  इतिहास कार इस मंदिर के  इतिहास के  बारे मैं कुछ बता नहीं पाए परन्तु आज का मंदिर 1787  मैं अहलिया भाई होल्कर ने बनवाया था 100  फ़ीट ऊँचा मंदिर 8 खम्बो पे खड़ा है यहाँ हिन्दू धर्म को मानने वाले पितरो का पिंड दान करने आते है 







बोध गया 
  गया के पास 11 K.M दूर  नए बसा शहर बोध गया वो जगह है जहाँ बुद्ध को ज्ञान प्रपात हुआ था,
80 फ़ीट बुद्ध प्रतिमा

80 फीट की बुद्ध प्रतिमा, बलुआ पत्थर ,लाल ग्रेनाइट से निर्मित बोधगया, बिहार में है। प्रतिमा की आधारशिला 1982 में रखी गई थी।  18 नवंबर 1989  को 14वें दलाई लामा द्वारा समर्पित किया गया था। 




भूटान मोनेस्टरी

भूटान के राजा ने इस मठ का निर्माण भगवान बुद्ध को श्रद्धांजलि के रूप में करवाया था। इस मठ की प्रसिद्धि भगवान बुद्ध के जीवन को दर्शाती मिट्टी की नक्काशी है।


जगदीश मंदिर



जापान मोनेस्टरी

महाबोधि मंदिर
इतिहास कार मानते है की इस मंदिर का निर्माण 1st A.D मैं हुआ था यहाँ पर महाबोधि वृक्ष है जहाँ पर बुद्ध ने ज्ञान पाया था 1883  मैं सर एलेग्जेंडर कन्निंघम ने इसे पूना स्थापित किया  



















महाबोधि विहार






न्यींग्मापा बुध मोनेस्टरी  


थाई मोनेस्टरी






                                तिब्बत मोनेस्टरी









https://gaya.nic.in/hi/रुचि-के-स्थान/





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